जामिया नगर मामला : जहां-जहां हिंसा हुई, वहां मौजूद था आशु खान
जामिया नगर इलाके में हुई हिंसा में स्थानीय नेता आशु खान की भूमिका सामने आ गई है। इलाके में जहां-जहां हिंसा हुई, वहां-वहां आशु खान मौजूद था। उसके मोबाइल की लोकेशन से यह खुलासा हुआ है। पुलिस ने आशु खान के मोबाइल को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा है। हालांकि आशु खान ने हिंसा के लिए भड़काने वाला भाषण सिर्फ शाहीन बाग में दिया था। इसके बाद ही प्रदर्शनकारी शाहीन बाग से जामिया नगर व न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी (एनएफसी) में आ गए थे और हिंसा भड़क गई थी।
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने जामिया नगर इलाके में 15 दिसंबर को हुई हिंसा के मामले में आम आदमी पार्टी से जुड़े रहे आशु खान को शनिवार को गिरफ्तार किया था। अब वह दो दिन के रिमांड पर है। अपराध शाखा के अधिकारियों के अनुसार, आशु खान को पहले दो बार पूछताछ के लिए बुलाया गया था। इन दौरान उसका मोबाइल जब्त कर फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया था।
जांच व मोबाइल लोकेशन से पता लगा कि 15 दिसंबर को आशु खान दोपहर 2:15 बजे तक जामिया नगर इलाके में था। इसके बाद 2:45 बजे वह एनएफसी इलाके में था। इसके बाद वह शाहीन बाग गया। वहां वह दोपहर 3:15 बजे से शाम 5 बजे तक था। यहां उसने भड़काऊ भाषण दिया। इसके बाद भीड़ जामिया नगर व एनएफसी इलाके में आ गई थी। वह शाम 6:30 बजे बटला हाउस इलाके पहुंचा।
यहां तीन पुलिस बूथों में आग लगाई गई थी। ये बूथ कब्रिस्तान के पास, तिकोना पार्क के पास और अशोका पार्क के पास थे। ऐसे में पुलिस मान रही है कि आशु खान ने शाहीन बाग में भाषण देकर हिंसा भड़काई थी। आशु समेत कई नेताओं व जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी के कई छात्रों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है।
दोनों एफआईआर में किया गया गिरफ्तार
आशु खान समेत कई नेताओं व छात्रों के खिलाफ जामिया नगर और एनएफसी थाने में अलग-अलग एफआईआर नामजद दर्ज की गई थीं। इनमें आशु खान, कांग्रेस नेता आसिफ मोहम्मद खान और जामिया मिल्लिया के कई छात्र नामजद हैं। अपराध शाखा के अधिकारियों ने बताया कि आशु खान को दोनों एफआईआर में गिरफ्तार किया गया है।